आईटी हार्डवेयर PLI स्कीम के लिए 19 कंपनियों ने किया आवेदन, 1.35 लाख करोड़ रुपए के उत्पादन का ऑफर

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आईटी हार्डवेयर PLI स्कीम के लिए 19 कंपनियों ने किया आवेदन, 1.35 लाख करोड़ रुपए के उत्पादन का ऑफर

M Y Team दिनांक ६ मई २०२१

इस साल मार्च महीने में देश में मैन्युफैक्चरिंग और मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 13 सेक्टर्स के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम शुरू की है। इसमें आईटी हार्डवेयर सेक्टर भी शामिल है। इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि आईटी हार्डवेयर सेक्टर की PLI स्कीम के लिए कुल 19 कंपनियों ने आवेदन किया है। इसमें एपल की कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन, कंप्यूटर कंपनी डेल और घरेलू कंपनी लावा शामिल हैं।

1.36 लाख करोड़ रुपए के उत्पादन का ऑफर

मंत्रालय के मुताबिक, PLI स्कीम के तहत आईटी हार्डवेयर सेक्टर में 1.6 लाख करोड़ रुपए के कुल उत्पादन की उम्मीद है। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि स्कीम के तहत आवेदन करने वाली कंपनियों ने 1.36 लाख करोड़ रुपए के उत्पादन का आवेदन किया है। इसमें से घरेलू कंपनियों ने 25 हजार करोड़ रुपए के उत्पादन का ऑफर दिया है। जिन अन्य कंपनियों ने आवेदन किया है उनमें डिक्सन, इंफोपावर, भगवती (माइक्रोमैक्स), सिर्मा, ऑर्बिक, नियोलिंक, ऑप्टिमस, नेटवेब, VVDN, स्माइल इलेक्ट्रॉनिक्स, पनाके डिजिलाइफ, HLBS, RDP वर्कस्टेशंस और कोकोनिक्स शामिल हैं।

3 मार्च को नोटिफाई हुई थी स्कीम

बयान में कहा गया है कि यह कंपनियां अपना मैन्युफैक्चरिंग ऑपरेशन महत्वपूर्ण तरीके से बढ़ाएंगी और आईटी हार्डवेयर उत्पादन में राष्ट्रीय चैंपियन के तौर पर ग्रोथ करेंगी। आईटी हार्डवेयर सेक्टर के लिए PLI स्कीम को इसी साल 3 मार्च को नोटिफाई किया गया था। इस स्कीम के तहत बिक्री में लगातार ग्रोथ दर्ज करने वाली कंपनियों को लक्ष्य के अनुसार 1-4% का इंसेंटिव दिया जाएगा। इस स्कीम के तहत चार साल (वित्त वर्ष 2021-22 से वित्त वर्ष 2024-25) तक उत्पादन किया जाएगा। स्कीम का बेस ईयर 2019-20 तय किया गया है।

37,500 नौकरियां पैदा होने की उम्मीद

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि आईटी हार्डवेयर सेक्टर की PLI स्कीम को भारी सफलता मिली है। इस स्कीम के लिए घरेलू कंपनियों के साथ विदेशी कंपनियों ने भी आवेदन किया है। मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि इस स्कीम से अगले चार साल में करीब 37,500 नौकरियां पैदा होंगी। इसके अलावा तीन गुना अप्रत्यक्ष रोजगार भी पैदा होंगे।

पिएलआय स्कीम क्या है

पिएलआय स्कीम भारत में इलेक्ट्रोनिक के उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए और इस क्षेत्र में निवेश बढाने के लिए केंद्र सरकारने जारी किया हुआ स्कीम है I आंतरराष्ट्रीय बाजारमें भारतीय इलेक्ट्रोनिक उत्पादन कंपनिया अपने क्वालिटी और कीमत के जरिये स्पर्धा नहीं कर सकती है I इसके प्रमुख कारण इन्फ्रास्ट्रकचर की कमी, घरेलु सप्लाई चेन मैनेजमेंटका सशक्त न होना, कुशल कामगार न होना,कर्ज के ब्याजदर ज्यादा होना है I    ऐसी विपरीत स्थितिपर उपाय कनेके लिए इस योजना के तहत  विशिष्ट उत्पादन क्षेत्रमें  इम्पोर्ट टेरिफ कम करके पार्ट सस्तेमें उपलब्ध कराना,  घरेलु और एक्सपोर्ट सेल को बढ़ावा देना, ज्यादासे ज्यादा उत्पादन भारतमें करने को बढ़ावा देना इन चिजोपर ध्यान दिया जाता है I इलेक्ट्रोनिक उद्योजको इन्सेंटिव देनेंकी यह योजना पहले २०२० में लागू की थी I उस पहले चरण में इस योजनाको भारी सफलता मिली थी I इसी योजना का दूसरा चरण १ एप्रिल २०२१ से शुरू किया गया हैI ईस योजनाके लिए केंद्र शासनने रु. ७३५० करोड़ का बजट रखा है I

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